सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से यौनकर्मियों से संबंधित पुनर्वास कार्यक्रम के बारे में जानकारी देने को कहते हुए टिप्पणी की कि काफी सम्पन्न परिवारों की उच्च शिक्षित लड़कियां उच्च जीवनशैली की आकांक्षा में देह व्यापार का रुख कर रही हैं। ‘हम पाते हैं कि सम्पन्न परिवारों की शिक्षित लड़कियां उच्च जीवनशैली की आकांक्षा और प्रतिदिन मॉल जाने की चाहत में इस पेशे का रुख कर रही हैं। अगर वह स्वेच्छा से देह व्यापार में शामिल हो रही हैं तब आपके पास इनके लिए क्या है?’

शीर्ष अदालत ने अतिरिक्त सालिसिटर जनरल पीपी मल्होत्रा से तीन सप्ताह में यह सुनिश्चित करने को कहा कि विधि आयोग कार्यालय में इस कार्य से जुड़ी समिति के लिए उपयुक्त स्थान प्रदान किया जाए। सुनवाई के दौरान पीठ ने कहा कि इस संबंध में पुनर्वास कार्य की केंद्र और राज्य की ओर से नियमित रूप से निगरानी की जाए।
पीठ ने कहा, ‘इस विषय पर नियमित तौर पर सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं लेकिन मामला यहीं समाप्त हो जाता है। किसी तरह का ठोस उपाय सामने नहीं आता। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कुछ किया जाना चाहिए।’-Adalat, ‘प्रतिदिन मॉल जाने की चाहत में शिक्षित लड़कियां स्वेच्छा से देह व्यापार को उन्मुख हो रहीं’, Posted: 30 Jan 2012 12:17 AM PST
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